डोलिया कहार लेके, अइले सजनवा लिरिक्स - Madan Rai Nirgun Lyrics

डोलिया कहार लेके अइले सजनवा लिरिक्स
Singer: Madan Rai  |  Music: Bharat Sharma
डोलिया कहार लेके डोलिया कहार लेके अइले सजनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां
सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां डोलिया कहार लेके डोलिया कहार लेके अइले सजनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां
डोलिया में हमरा के दीहें बैठाई सुसुकी सुसुकी रोइहें माई बाप भाई डोलिया में हमरा के दीहें बैठाई सुसुकी सुसुकी रोइहें माई बाप भाई छुटी जाई बाबुल के छुटी जाई बाबुल के हमारे अंगनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां
पंचरंगी चुनरी न पहिर गुजरिया कहेलन सजन ओढ़ कोरी चुनरिया पंचरंगी चुनरी न पहिर गुजरिया कहेलन सजन ओढ़ कोरी रे चुनरिया लेइ चल घात जवन लेइ चल घात जवन कइलु जतनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां
सब केहू कुछ दूर देई पहुंचाई लमहर राह में न संगे केहू जाई सब केहू कुछ दूर देई पहुंचाई लमहर राह में न संगे केहू जाई इहे हौवे रीत जाने इहे हौवे रीत जाने, सगरो जहनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां
जब देखिहें सैंया मोरा सोलहो सिंगरवा हमरा से प्रीत करिहें दीहें अटरवा जब देखिहें सैंया मोरे सोलहो सिंगरवा हमरा से प्रीत करिहें दीहें अटरवा धन्य होई जाइब मोर धन्य होई जाइब मोर, जुरा जाई मनवा सजनवां हो मोरे मागिला गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां
सोलह संसकार दीप सोलहो सिंगरवा पंचरंग चुनरी ह जेसे वा पियरवा सोलह संसकार दीप सोलहो सिंगरवा पंचरंग चुनरी ह जेसे वा पियरवा छिति जल पावक छिति जल पावक, गगन पवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां
डोलिया कहार लेके डोलिया कहार लेके अइले सजनवां सजनवां हो मोरे मागिला गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां सजनवां हो मोरे मागिलन गवनवां

🎶 About this Song

Doliya Kahar Leke Lyrics - "डोली लेके अइले सजनवा" एक ऐसा निर्गुण भजन है जो आत्मा के विदाई क्षण को बड़े भावुक अंदाज़ में दर्शाता है। इस भजन को सुनते समय ऐसा लगता है जैसे परमात्मा स्वयं डोली लेकर आत्मा को अपने साथ ले जाने आया हो। इसके लिरिक्स गहरे अर्थ लिए होते हैं और जीवन की असल सच्चाई को बेहद सरल शब्दों में समझाते हैं।


अगर आप "Aaye Sajna Hamar Leke Doliya Kahaar lyrics" खोज रहे हैं, तो यह गीत आपके लिए एक आध्यात्मिक अनुभव बन सकता है। इसमें न केवल विदाई का भाव है, बल्कि संत कबीर जैसे निर्गुण संतों की सोच भी झलकती है। यह गीत एक जीवन के अंतिम सफर और आत्मा-परमात्मा के मिलन को बहुत ही सुंदरता से दर्शाता है।


यह भजन उन लोगों के लिए खास है जो Nirguni Bhajan lyrics पढ़ना या सुनना पसंद करते हैं। "डोली लेके अइले सजनवा" जैसे भजन हमें याद दिलाते हैं कि इस संसार में कुछ भी स्थायी नहीं है — अंत में आत्मा को अपने असली घर, परमात्मा के पास ही लौटना होता है। यही संदेश इस गीत में भावनाओं के साथ पिरोया गया है।

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